- जिंदगी की जंग हार गई सलोनी, गुस्साए परिजनों ने एंबुलेंस से शव नहीं उतारने दिया; पड़ोसियों ने घर में लगा दी थी आग

जिंदगी की जंग हार गई सलोनी, गुस्साए परिजनों ने एंबुलेंस से शव नहीं उतारने दिया; पड़ोसियों ने घर में लगा दी थी आग

हापुड़ में 16 जून को पड़ोसियों द्वारा ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाने वाली सलोनी की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। शनिवार देर रात उसकी मौत के बाद रविवार को जब शव हापुड़ लाया गया तो परिजनों और भीड़ ने एंबुलेंस रोककर हंगामा कर दिया। पुलिस के आश्वासन के बाद ही शव घर लाया जा सका। इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, जिसमें से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और चार फरार हैं। यह घटना पुरानी रंजिश का नतीजा थी। सलोनी अपने पीछे पति और दो छोटी बेटियों को छोड़ गई है।

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हापुड़। हापुड़ में देहात थाना क्षेत्र के शिवनगर मोहल्ले में 16 जून की देर रात पड़ोसियों ने घर में घुसकर सलोनी पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी थी। तब से उसका दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा था। करीब एक सप्ताह से जिंदगी और मौत से जूझ रही सलोनी शनिवार देर रात मौत से हार गई और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। रविवार शाम को जब सलोनी का शव शहर लाया गया तो उसके परिजनों समेत भीड़ ने शिवनगर मोहल्ले के बाहर एंबुलेंस को रोक लिया। हंगामा भी करने लगे। इस दौरान उन्होंने शव को एंबुलेंस से नीचे नहीं उतरने दिया। भीड़ की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। करीब पौने चार बजे एंबुलेंस से सलोनी का शव मोहल्ले के बाहर पहुंचा। एंबुलेंस पहुंचने से पहले सलोनी के परिजन और भीड़ मोहल्ले के बाहर खड़ी थी। जैसे ही एंबुलेंस मोहल्ले के बाहर पहुंची तो उन्होंने उसे घेर लिया। भीड़ ने एंबुलेंस को मोहल्ले में नहीं घुसने दिया और हंगामा करना शुरू कर दिया।

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सूचना मिलने पर सीओ जितेंद्र कुमार शर्मा, कोतवाली थाना प्रभारी मुनीश प्रताप सिंह, देहात थाना प्रभारी विजय कुमार गुप्ता और महिला थाना प्रभारी अरुणा राय भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वहां पहुंचते ही उन्होंने भीड़ को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वे नहीं मानीं। इस दौरान करीब एक घंटे तक हंगामा चलता रहा। पुलिस ने सलोनी के परिजनों और भीड़ को आश्वासन दिया कि वे जल्द से जल्द मामले में कार्रवाई करेंगे और आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे। किसी तरह आश्वासन देने के बाद भीड़ शांत हो सकी। जिसके बाद सलोनी के शव को एंबुलेंस से घर ले जाया जा सका। मोहल्ले में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सुबह से ही पुलिस तैनात कर दी गई थी।

पांच आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज


सलोनी के ससुर फूल सिंह ने पड़ोस में रहने वाले मुकेश, गंगाराम, भोपाल, श्रीपाल और मुकेश के साले के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि ये सभी उनसे रंजिश रखते हैं और 16 जून की रात करीब डेढ़ बजे उनकी बहू सलोनी अपनी दो बेटियों के साथ कमरे में सो रही थी। सभी आरोपी छत के रास्ते घर में घुस आए और बहू पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। इनमें से पुलिस ने आरोपी मुकेश को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि चार आरोपी अभी फरार हैं। परिजनों का आरोप था कि करीब डेढ़ माह पहले सलोनी के पति दीपू का मुकेश से बाइक खड़ी करने को लेकर विवाद हुआ था। मुकेश ने बाइक खड़ी करने का विरोध करते हुए दीपू की मां के साथ मारपीट की थी। पुलिस से शिकायत करने पर दोनों पक्षों ने थाने में लिखित शिकायत भी दी थी।


सलोनी अपने पीछे दो बेटियां छोड़ गई


सलोनी अपने पीछे पति दीपू, दो वर्षीय बेटी रिया और चार वर्षीय निया को छोड़ गई है। रविवार को शव घर पहुंचते ही दोनों बच्चों समेत पति और अन्य परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे। मौके पर सलोनी के मायके पक्ष के गिरधारीनगर मोहल्ले के लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद थे। जो परिजनों को सांत्वना दे रहे थे। वहां मौजूद हर किसी की आंखों में आंसू थे।


आरोपियों को जल्द किया जाएगा गिरफ्तार


इस मामले में सीओ जितेंद्र शर्मा का कहना है कि हंगामा करने वाले लोगों को शांत करा दिया गया। फरार आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इसके लिए पुलिस टीम लगाई गई है।

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